आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025: सभी टॉस हारे, फिर भी भारत अपराजित, रोहित की कप्तानी में रचा इतिहास
भारत ने 9 मार्च 2025 को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का खिताब अपने नाम किया। इस जीत के साथ, भारतीय क्रिकेट टीम ने एक बार फिर से अपनी श्रेष्ठता साबित की है।
मैच का संक्षिप्त विवरण:
न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 251 रन बनाए। उनकी ओर से डेरिल मिचेल ने 63 रन और माइकल ब्रेसवेल ने नाबाद 53 रन का योगदान दिया। भारतीय स्पिन गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, जिसमें कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती ने महत्वपूर्ण विकेट लिए। जवाब में, भारतीय टीम ने कप्तान रोहित शर्मा के 76 रनों की पारी की बदौलत लक्ष्य को 49 ओवरों में छह विकेट खोकर हासिल कर लिया। केएल राहुल ने नाबाद 34 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई।
रोहित शर्मा का वनडे से संन्यास पर बयान:
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में, रोहित शर्मा से वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने की अटकलों पर सवाल पूछा गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका वनडे से संन्यास लेने का कोई इरादा नहीं है और उन्होंने अफवाहों पर ध्यान न देने की सलाह दी।
भारत की जीत पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया:
भारत की इस जीत पर पाकिस्तान की ओर से आधिकारिक प्रतिक्रिया के बारे में उपलब्ध सूचनाओं में कोई उल्लेख नहीं है। हालांकि, क्रिकेट जगत में भारत की इस उपलब्धि की व्यापक सराहना हो रही है।
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारतीय क्रिकेट टीम ने अपने सभी मैच जीतकर खिताब पर कब्जा जमाया। कप्तान रोहित शर्मा ने पूरे टूर्नामेंट में सभी टॉस गंवाए, लेकिन इसके बावजूद टीम ने अपराजित रहते हुए ट्रॉफी जीती।
दुबई में भारत का अजेय रिकॉर्ड:
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सभी मैच दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए, जहां भारतीय टीम का प्रदर्शन ऐतिहासिक रूप से उत्कृष्ट रहा है। इस मैदान पर भारत ने अब तक कुल 6 वनडे मैच खेले हैं, जिनमें से 5 में जीत हासिल की है और एक मैच ड्रॉ रहा है।
दुबई में भारत का यह अजेय रिकॉर्ड टीम के आत्मविश्वास को बढ़ाने में सहायक रहा।
रोहित शर्मा की नेतृत्व क्षमता:
कप्तान रोहित शर्मा ने पूरे टूर्नामेंट में सभी टॉस गंवाए, लेकिन उन्होंने इसे अपनी रणनीति में बाधा नहीं बनने दिया। रोहित की नेतृत्व क्षमता और मैदान पर उनकी सूझबूझ ने टीम को हर चुनौती का सामना करने में सक्षम बनाया। फाइनल मुकाबले में उनकी 76 रनों की पारी ने टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
टीम का संतुलित प्रदर्शन:
भारतीय टीम ने बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण में संतुलित प्रदर्शन किया। स्पिन गेंदबाजों कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती ने विपक्षी टीमों के रन गति को नियंत्रित किया और महत्वपूर्ण विकेट चटकाए। बल्लेबाजी में रोहित शर्मा, केएल राहुल और श्रेयस अय्यर ने निरंतरता दिखाई, जिससे टीम को मजबूत स्कोर बनाने में मदद मिली।