भारतीय यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पर पाकिस्तान के लिए जासूसी का आरोप, वाराणसी में संवेदनशील स्थानों की वीडियोग्राफी का खुलासा
हरियाणा, 20 मई 2025: हरियाणा के हिसार की रहने वाली 33 वर्षीय यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा, जिन्हें ज्योति रानी के नाम से भी जाना जाता है, को 16 मई 2025 को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। उनकी गिरफ्तारी भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के तनावों और 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू हुई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत हुई। जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि ज्योति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कई संवेदनशील स्थानों की वीडियोग्राफी की थी, जिसने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। उनकी गतिविधियां और पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों से संबंध देश में डिजिटल जासूसी के नए खतरे को उजागर करते हैं।
ज्योति मल्होत्रा का पृष्ठभूमि और गिरफ्तारी
ज्योति मल्होत्रा ‘Travel with JO’ नामक यूट्यूब चैनल चलाती हैं, जिसके 3.85 लाख सब्सक्राइबर हैं। वह इंस्टाग्राम पर भी सक्रिय थीं, जहां उनके 1.33 लाख फॉलोअर थे, लेकिन गिरफ्तारी के बाद उनका इंस्टाग्राम अकाउंट निलंबित कर दिया गया। हिसार पुलिस ने केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के इनपुट के आधार पर ज्योति को सिविल लाइंस थाने में ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट और भारतीय न्याय संहिता के तहत गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, ज्योति 2023 में पाकिस्तान हाई कमीशन में वीजा के लिए गई थीं, जहां उनकी मुलाकात पाकिस्तानी अधिकारी एहसान-उर-रहमान उर्फ दानिश से हुई, जो बाद में उनके हैंडलर बने।
वाराणसी में संदिग्ध गतिविधियां
सूत्रों के अनुसार, ज्योति ने वाराणसी में कई संवेदनशील स्थानों, जैसे काशी विश्वनाथ मंदिर, दशाश्वमेध घाट, और अन्य सरकारी प्रतिष्ठानों की तस्वीरें और वीडियो बनाए। इनमें से कुछ सामग्री को उनके यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया, जिसमें ‘Indian Girl in Varanasi’ जैसे शीर्षक वाले वीडियो शामिल हैं। जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या इन वीडियो में संवेदनशील जानकारी, जैसे सुरक्षा व्यवस्था या भीड़ प्रबंधन, को जानबूझकर रिकॉर्ड किया गया। खासतौर पर, वाराणसी में आगामी महाकुंभ 2025 की तैयारियों के मद्देनजर उनकी गतिविधियों को गंभीर सुरक्षा खतरे के रूप में देखा जा रहा है।
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से संबंध
पुलिस के अनुसार, ज्योति ने 2023, 2024, और मार्च 2025 में पाकिस्तान की कई यात्राएं कीं, जिनमें से कुछ प्रायोजित थीं। उनकी पहली यात्रा 324वें वैशाखी उत्सव के दौरान हुई, जिसके बाद उन्होंने लाहौर के अनारकली बाजार और करतारपुर कॉरिडोर जैसे स्थानों के वीडियो बनाए। इन वीडियो में पाकिस्तान की आतिथ्य, संस्कृति, और बुनियादी ढांचे की प्रशंसा की गई, जिसे खुफिया एजेंसियों ने ‘सॉफ्ट पावर’ और ‘नैरेटिव वॉरफेयर’ का हिस्सा माना।
जांच में पता चला कि ज्योति व्हाट्सएप, टेलीग्राम, और स्नैपचैट के जरिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों के संपर्क में थीं। उनके डिजिटल डिवाइसों से मिले एनक्रिप्टेड चैट और फाइनेंशियल लेनदेन से संकेत मिलता है कि उन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा ‘एसेट’ के रूप में विकसित किया जा रहा था।
पहलगाम आतंकी हमले से कनेक्शन
ज्योति की जनवरी 2025 में कश्मीर के पहलगाम की यात्रा और वहां बनाए गए वीडियो जांच के केंद्र में हैं। 22 अप्रैल 2025 को हुए पहलगाम आतंकी हमले, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे, के तीन महीने पहले उनकी यह यात्रा संदिग्ध मानी जा रही है। एक वीडियो में ज्योति ने हमले के लिए भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को जिम्मेदार ठहराया, जिसे जांचकर्ताओं ने पाकिस्तानी प्रचार का हिस्सा माना।
परिवार की प्रतिक्रिया
ज्योति के पिता हरिश मल्होत्रा ने दावा किया कि उन्हें उनकी बेटी की गतिविधियों या विदेश यात्राओं की जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा, “ज्योति ने हमें बताया था कि वह दिल्ली जा रही है। अगर उसके पाकिस्तान में दोस्त हैं, तो क्या वह उनसे बात नहीं कर सकती?” हरिश ने यह भी कहा कि ज्योति ने सभी यात्राओं के लिए आवश्यक अनुमति ली थी।
जांच और अन्य गिरफ्तारियां
ज्योति की गिरफ्तारी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत हुई, जिसमें हरियाणा, पंजाब, और उत्तर प्रदेश में 12 लोगों को पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इनमें पंजाब की गजाला और यामीन मोहम्मद शामिल हैं, जो कथित तौर पर धन हस्तांतरण में शामिल थे। पुलिस को संदेह है कि ज्योति का अन्य यूट्यूबर्स के साथ एक नेटवर्क था, जिसमें ओडिशा की प्रियंका सेनापति भी शामिल हैं, जिनकी गतिविधियां जांच के दायरे में हैं।
हिसार के पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने कहा, “आधुनिक युद्ध केवल सीमा पर नहीं लड़ा जाता। पाकिस्तानी एजेंट सोशल मीडिया प्रभावितों का उपयोग अपनी कहानी को बढ़ावा देने के लिए कर रहे हैं।” उन्होंने बताया कि ज्योति की वित्तीय लेनदेन और यात्रा विवरण की गहन जांच की जा रही है।