वाराणसी में भीषण गर्मी का कहर: जाने कब मिलेगी राहत?
वाराणसी, 28 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश के पवित्र नगरी वाराणसी में इन दिनों भीषण गर्मी ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है, और चिलचिलाती धूप के साथ लू ने लोगों का घर से निकलना मुश्किल कर दिया है। गंगा घाटों पर जहां हमेशा चहल-पहल रहती थी, वहां अब दिन के समय सन्नाटा पसरा है। स्थानीय लोग और पर्यटक गर्मी से बचने के लिए सुबह-शाम के समय ही बाहर निकल रहे हैं।
गर्मी का असर: जनजीवन पर पड़ रही भारी मार
वाराणसी में गर्मी का असर बच्चों, बुजुर्गों और दिहाड़ी मजदूरों पर सबसे ज्यादा देखा जा रहा है। स्कूलों की टाइमिंग को बदलकर सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक कर दिया गया है, ताकि बच्चों को दोपहर की तपिश से बचाया जा सके। दिहाड़ी मजदूरों का कहना है कि काम के लिए बाहर निकलना अब जानलेवा लग रहा है। “दोपहर में सड़कें तवे की तरह तप रही हैं। काम न करें तो पेट भरेगा कैसे?” – रामू, एक रिक्शा चालक, ने बताया।
बिजली कटौती ने भी लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कई इलाकों में रात के समय घंटों बिजली गायब रहती है, जिससे पंखे और कूलर भी बेकार हो रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से बिजली आपूर्ति को सुचारू करने की मांग की है।
मौसम का हाल: कब तक रहेगी गर्मी?
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, यह भीषण गर्मी पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने और उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाओं के कारण है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने उत्तर भारत में अगले कुछ दिनों तक हीटवेव का अलर्ट जारी किया है। वाराणसी में तापमान 42-44 डिग्री के बीच रहने की संभावना है, और हवा में नमी की कमी के कारण लू का प्रभाव और बढ़ रहा है।
हालांकि, उम्मीद की किरण भी दिख रही है। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि मई के पहले हफ्ते में पश्चिमी विक्षोभ फिर से सक्रिय हो सकता है, जिससे हल्की बारिश और बादल छाने की संभावना है। इससे तापमान में 2-3 डिग्री की कमी आ सकती है। “अगले 5-7 दिनों तक गर्मी का प्रकोप बना रहेगा, लेकिन मई की शुरुआत में मौसम में बदलाव की उम्मीद है,” – डॉ. अनिल शर्मा, मौसम वैज्ञानिक, ने बताया।
गर्मी से बचाव: क्या करें, क्या न करें?
गर्मी के इस दौर में स्वास्थ्य विशेषज्ञ लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। कुछ जरूरी उपाय इस प्रकार हैं:
हाइड्रेशन: दिनभर में खूब पानी, नींबू पानी, और ओआरएस का सेवन करें।
समय का ध्यान: दोपहर 11 बजे से 4 बजे तक बाहर निकलने से बचें।
हल्के कपड़े: सूती और हल्के रंग के कपड़े पहनें, जो पसीने को सोख सकें।
छाया का सहारा: बाहर निकलें तो छाता या टोपी का इस्तेमाल करें।
बुजुर्गों और बच्चों का ख्याल: इनकी सेहत पर विशेष ध्यान दें, क्योंकि ये गर्मी से ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं।
प्रशासन की कोशिशें और जनता की मांग
वाराणसी प्रशासन ने गर्मी से निपटने के लिए कुछ कदम उठाए हैं। सड़कों पर पानी के छिड़काव और सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ की व्यवस्था की गई है। हालांकि, स्थानीय लोग बिजली कटौती और सड़कों पर छाया की कमी को लेकर शिकायत कर रहे हैं। “घाटों पर पेड़ों की छाया कम है, और बैठने की जगह भी सीमित है। प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए,” – श्यामलाल, एक स्थानीय दुकानदार, ने कहा।