वाराणसी में हाई अलर्ट: काशी विश्वनाथ मंदिर सहित धार्मिक स्थलों पर बढ़ी निगरानी, सड़कों पर उतरे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी
वाराणसी, 9 मई 2025: भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव और गोलाबारी की खबरों के बीच उत्तर प्रदेश के वाराणसी में हाई अलर्ट जारी किया गया है। काशी विश्वनाथ मंदिर, संकटमोचन हनुमान मंदिर, गंगा घाटों, और अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है। वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने शहर के संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी है, और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सड़कों पर उतरकर स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। यह कदम माहौल को शांतिपूर्ण रखने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए उठाया गया है।
सुरक्षा के खास प्रबंध किए गए
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल के नेतृत्व में वाराणसी पुलिस ने काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर, दशाश्वमेध घाट, गोदौलिया, कैंट रेलवे स्टेशन, और गोलगड्डा जैसे भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए हैं। मंदिर में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं की गहन जांच की जा रही है, जिसमें मेटल डिटेक्टर, बैग स्कैनर, और मैनुअल चेकिंग शामिल है। डॉग स्क्वायड और बम निरोधक दस्तों को मंदिर परिसर और गंगा घाटों पर तैनात किया गया है।
पुलिस ने मिलिट्री ड्रोन और नाइट विजन कैमरों से लैस टेदर्ड ड्रोन का उपयोग शुरू किया है, जो काशी विश्वनाथ धाम, संकटमोचन मंदिर, और गंगा घाटों पर 3 किलोमीटर के दायरे में निगरानी कर रहे हैं। गोदौलिया के मारवाड़ी अस्पताल की छत पर एक ड्रोन तैनात है, जो गोदौलिया, रामपुरा, सोनारपुरा, और दशाश्वमेध क्षेत्रों की निगरानी कर रहा है। डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने बताया कि ये ड्रोन भीड़ प्रबंधन और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने में सहायक हैं।
वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) एस. चन्नप्पा, और डीआईजी स्तर के अधिकारी सड़कों पर उतरकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। कैंट रेलवे स्टेशन और बनारस रेलवे स्टेशन पर भीड़ के दबाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल और एक अतिरिक्त सिटी मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। अधिकारियों ने रेलवे स्टेशनों पर अस्थायी होल्डिंग क्षेत्र बनाए हैं, जहां भीड़ को नियंत्रित किया जा रहा है।
पुलिस ने शहर में पेट्रोलिंग बढ़ा दी है, विशेष रूप से गोदौलिया, मैदागिन, बेनियाबाग, और ललिता घाट जैसे क्षेत्रों में, जहां माहाकुंभ से लौटने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए कई मार्गों पर डायवर्जन लागू किए गए हैं, और वाहनों को शहर के बाहरी इलाकों में पार्किंग क्षेत्रों में भेजा जा रहा है।
हाई अलर्ट का कारण
हाल ही में भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव और गोलाबारी की खबरों के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे राज्य में रेड अलर्ट जारी किया है। वाराणसी, जो धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से संवेदनशील शहर है, में किसी भी संभावित खतरे को टालने के लिए प्रशासन ने विशेष सतर्कता बरती है। अतीत में काशी विश्वनाथ मंदिर और संकटमोचन मंदिर जैसे स्थानों पर आतंकी हमलों की घटनाएं हो चुकी हैं, जिसके चलते प्रशासन कोई जोखिम नहीं लेना चाहता।
प्रशासन की अपील
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने शहरवासियों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें और श्रद्धालुओं के साथ सहयोग करें। उन्होंने कहा, “हमारी प्राथमिकता श्रद्धालुओं और नागरिकों की सुरक्षा है। सभी से अनुरोध है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।” गंगा आरती को 5 फरवरी तक आम जनता के लिए स्थगित कर दिया गया है ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।