राज्य सरकार की अनूठी पहल, टॉप छात्रों को मिलेगा सम्मान
राज्य सरकार द्वारा शिक्षा को बढ़ावा देने और छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री मोहन लाल यादव ने घोषणा की है कि राज्य के मेधावी छात्रों को पेट्रोल या इलेक्ट्रिक स्कूटी तथा लैपटॉप प्रदान किए जाएंगे। इस योजना के तहत हजारों छात्र लाभान्वित होंगे, जिससे वे अपने आगे की पढ़ाई को और बेहतर बना सकेंगे।
सीएम मोहन लाल यादव की बड़ी घोषणा
मुख्यमंत्री मोहन लाल यादव ने राज्य की शिक्षा नीति को और सुदृढ़ करने के उद्देश्य से यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य मेधावी छात्रों को आगे बढ़ने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करना है। स्कूटी और लैपटॉप के माध्यम से वे आधुनिक तकनीक से जुड़ सकेंगे और शिक्षा की ओर अधिक प्रेरित होंगे।”
सरकार की इस पहल से उन छात्रों को विशेष रूप से फायदा होगा जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से आते हैं और उच्च शिक्षा की राह में संसाधनों की कमी का सामना करते हैं।
कितने छात्रों को मिलेगा लाभ?
इस योजना के तहत राज्य भर के 10,000 से अधिक मेधावी छात्रों को पेट्रोल या इलेक्ट्रिक स्कूटी दी जाएगी। इसके अलावा, 50,000 छात्रों को लैपटॉप प्रदान किए जाएंगे, ताकि वे डिजिटल शिक्षा में आगे बढ़ सकें।
इस योजना का लाभ राज्य बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षा के टॉप 10 प्रतिशत छात्रों को मिलेगा। यानी, हर जिले में जो भी छात्र अपने बोर्ड परीक्षाओं में शीर्ष स्थान प्राप्त करेंगे, उन्हें इस योजना के अंतर्गत पुरस्कृत किया जाएगा।
योजना के लिए पात्रता और चयन प्रक्रिया
इस योजना का लाभ केवल उन्हीं छात्रों को मिलेगा जो निम्नलिखित मापदंडों को पूरा करेंगे:
राज्य बोर्ड के छात्र – केवल राज्य शिक्षा बोर्ड से संबद्ध स्कूलों के छात्र ही इस योजना के पात्र होंगे।
अच्छे अंक प्राप्त करने वाले छात्र – 10वीं या 12वीं की परीक्षा में 75% या उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र इस योजना के लिए पात्र होंगे।
राज्य के स्थायी निवासी – लाभार्थी छात्रों को राज्य का मूल निवासी होना अनिवार्य होगा।
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को प्राथमिकता – परिवार की वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये से कम होने पर प्राथमिकता दी जाएगी।
छात्रों को क्या मिलेगा?
इस योजना के तहत छात्रों को दो मुख्य प्रकार के पुरस्कार दिए जाएंगे:
पेट्रोल या इलेक्ट्रिक स्कूटी – यह उन छात्रों को दी जाएगी जिन्होंने 12वीं कक्षा में 90% से अधिक अंक प्राप्त किए हैं।
लैपटॉप – यह उन छात्रों को मिलेगा जिन्होंने 10वीं और 12वीं में 75% या उससे अधिक अंक प्राप्त किए हैं।
कैसे मिलेगा यह पुरस्कार?
ऑनलाइन आवेदन: राज्य सरकार एक ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च करेगी, जहां छात्र अपने अंक और अन्य दस्तावेज अपलोड कर सकते हैं।
स्कूलों से नामांकन: स्कूलों को भी अपने-अपने टॉप छात्रों की लिस्ट सरकार को भेजने की जिम्मेदारी दी जाएगी।
विशेष समारोह में वितरण: यह पुरस्कार जिला मुख्यालयों में आयोजित होने वाले सरकारी समारोह में मुख्यमंत्री एवं अन्य मंत्रियों की उपस्थिति में वितरित किए जाएंगे।
छात्रों और अभिभावकों में खुशी की लहर
सरकार की इस पहल से छात्रों और उनके माता-पिता में भारी उत्साह देखा जा रहा है। कई छात्र इस योजना को अपने लिए “सपनों का उपहार” बता रहे हैं।
सुमित गुप्ता, जो इस वर्ष 12वीं कक्षा में 92% अंक प्राप्त कर चुके हैं, कहते हैं, “सरकार का यह कदम हम जैसे छात्रों के लिए बहुत लाभकारी है। स्कूटी मिलने से मेरा कॉलेज जाना आसान हो जाएगा और पढ़ाई में कोई रुकावट नहीं आएगी।”
इसी तरह, प्रियंका शर्मा, जो 10वीं कक्षा में 88% अंक लाई हैं, कहती हैं, “लैपटॉप मिलने से मैं ऑनलाइन क्लासेज और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकूंगी। यह एक बहुत बड़ी मदद होगी।”
विशेषज्ञों की राय
शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह योजना छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगी। शिक्षा विशेषज्ञ डॉ. अरुण प्रकाश कहते हैं, “राज्य सरकार की इस योजना से डिजिटल लर्निंग को भी बढ़ावा मिलेगा। इससे छात्रों का आत्मविश्वास भी बढ़ेगा, जिससे वे आगे की परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।”
भविष्य में और भी बड़े कदम उठाएगी सरकार
मुख्यमंत्री मोहन लाल यादव ने यह भी कहा कि यह केवल शुरुआत है। भविष्य में सरकार मेधावी छात्रों के लिए और भी योजनाएं लाएगी, जिससे उन्हें उच्च शिक्षा और करियर में आगे बढ़ने में सहायता मिलेगी।
राज्य सरकार की यह योजना निश्चित रूप से मेधावी छात्रों के लिए वरदान साबित होगी। इससे न केवल उनकी शिक्षा में सुधार होगा, बल्कि वे आधुनिक तकनीक से भी जुड़ सकेंगे। छात्रों में इस योजना को लेकर जबरदस्त उत्साह है, और इससे राज्य की शिक्षा प्रणाली को भी मजबूती मिलेगी।
सरकार के इस कदम से न केवल मेधावी छात्रों का मनोबल बढ़ेगा, बल्कि शिक्षा का स्तर भी ऊंचा उठेगा। इससे राज्य में प्रतिभाशाली छात्रों की संख्या में वृद्धि होगी और वे आगे चलकर देश के विकास में योगदान देंगे।