7 साल से कट रही थी तहसील के चक्कर , डीएम का एक फोन और 60 मिनट में ही चढ़ गया खतौनी में नाम

7 साल से कट रही थी तहसील के चक्कर , डीएम ने किया हेल्प

7 साल से कट रही थी तहसील के चक्कर , डीएम का एक फोन और 60 मिनट में ही चढ़ गया खतौनी में नाम

कानपुर में 7 साल से कट रही थी तहसील के चक्कर एक मील जमीन की खतौनी में चार नाम चढ़ाने के लिए करीब 7 साल से तहसील के चक्कर काट रही थी कबीर तहसीलदार से मुलाकात नहीं होती तो कभी उनके बाबू उनसे मिलने नहीं थे तो कभी खाली नहीं है का बहाना बनाकर बात को टाल दिया करते थे इसी बीच पीड़ित महिला ने जनता दर्शन में जिलाधिकारी महोदय से शिकायत की उनकी इस शिकायत पर करीब 60 मिनट में ही खतौनी में उनका नाम चढ़ गया। पीड़ित महिला का कहना था कि वह करीब 7 साल से तहसील के चक्कर काट काट के थक चुकी थी अपनी जमीन की खतौनी अपना नाम दर्ज करने के लिए भटक रही महिला को जनता दर्शन में डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने सात लाख का तोहफा उसके जन्मदिन पर भेंट किया पीड़ित महिला की शिकायत सुनने के बाद जिलाधिकारी ने तुरंत घाटमपुर तहसीलदार को फोन किया और कारण पूछा कि की 7 साल से इस महिला का नाम अब तक खतौनी में क्यों नहीं चला है .

इस पर तहसीलदार साहब कोई जवाब नहीं दे पाए इसके बाद डीएम साहब ने तहसीलदार को तुरंत महिला का नाम खतौनी में चढ़ने के लिए निर्देश दिया इसके बाद करीब 60 मिनट में महिला का नाम ऑनलाइन खतौनी में दर्ज हो गया महिला ने पाई पाई जोड़कर सात लाख रुपए का डेढ़ बीघा खेत खरीदा था शुक्रवार को जनता दर्शन में न ब्लॉक किदवई नगर निवासी माधवी तिवारी अपनी शिकायत लेकर पहुंची थी उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 में ससुराल धीरेंद्र नाथ तिवारी से सात लाख रुपए का डेढ़ बीघा में खेत खरीदा था 2 महीने बाद खतौनी में नाम दर्ज करने के लिए घाटमपुर के तहसील में वह वह प्रार्थना पत्र देता है लेकिन कई मन भी जाने के बाद भी उसका नाम खतौनी में नहीं चढ़ता है इसी बीच में महीने में खत्म नाम चलाने के लिए तहसील न्यायालय से आदेश जारी हो गया था इसके बावजूद भी खतौनी में उसका नाम नहीं चल रहा था आदेश जारी के होने के बाद भी तहसील स्तर पर उसका नाम खतौनी में दर्ज नहीं किया जा सका था। परेशान होकर पीड़ित महिला नेएसडीएम से शिकायत की तो एसडीएम साहब ने मामले की दोबारा जांच करने का निर्देश जारी किया लेकिन उसके बाद भी खतौनी में नाम दर्ज नहीं हो सका पीड़ित महिला ने बताया कि जब वह तहसीलदार के कार्यालय में उनसे मिलने के लिए पहुंची तब तब वहां के बाबू और चौकीदार और अन्य कर्मचारियों ने उनसे मिलने नहीं दिया तरह-तरह के बहाने बनाकर आज नहीं कल मिलने आने की बात कह कर मुझे हर बार टाल देते थे।

7 साल से कट रही थी तहसील के चक्कर , डीएम ने किया हेल्प

जिलाधिकारी ने दिया जन्मदिन का तोहफा

7 साल से कट रही थी तहसील के चक्कर , जनता दर्शन में पीड़ित महिला की बात सुनकर जिला अधिकारी ने तुरंत तहसीलदार घाटमपुर को फोन कर खतौनी में 7 साल तक नाम नव दर्ज होने का कारण पूछा तो तहसीलदार साहब कोई जवाब नहीं दे पाए इसके लिए डीएम साहब ने तहसीलदार को तुरंत कड़ी डांट फटकार लगाई और शाम तक उसे पीड़ित महिला का नाम खतौनी में दर्ज करने का आदेश दिया डीएम साहब के इस आदेश के बाद करीब 1 घंटे बाद ही उस महिला का नाम खतौनी में दर्ज हो गया और उनके आदेश महिला के व्हाट्सएप पर और डीएम साहब को भी भेजा गया खतौनी में नाम दर्ज होते ही पीड़ित माधवी ने डीएम साहब को फोन कर धन्यवाद किया उन्होंने कहा कि सर आज मेरा जन्मदिन है आपने जो मुझे तोहफा दिया वह बहुत बड़ा तोहफा है इस पर जिलाधिकारी साहब ने कहा कि आप खुश है यही हमारी सबसे बड़ी खुशी है।

अन्य अधिकारियों को जिलाधिकारी महोदय से सीख लेने की जरूरत है यह किस तरह पीड़ित परिवार को उन्होंने न्याय दिलाते हुए उसकी जिंदगी का सबसे अनमोल तोहफा उसे दिया और पीड़ित भी डीएम साहब को दिल से धन्यवाद दिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *