क्या है अपार आईडी, क्यो सभी छात्रों को बनवाना है अनिवार्य, इसे बनवाने मे क्यो आ रही है दिक्कत

क्या है अपार आईडी

क्या है अपार आईडी, क्यो सभी छात्रों को बनवाना है अनिवार्य, इसे बनवाने मे क्यो आ रही है दिक्कत

क्या है अपार आईडी : हाल ही में सरकार द्वारा छात्रों की एक विशिष्ट पहचान सुनिश्चित करने के लिए अपार आईडी (अखिल भारतीय प्राधिकृत छात्र पहचान संख्या) को सभी स्कूलों में अनिवार्य कर दिया गया है। यह एक अद्वितीय आईडी होगी, जिसे देशभर के छात्रों को प्रदान किया जाएगा। इस आईडी को छात्र के शैक्षणिक रिकॉर्ड, उपस्थिति और अन्य शैक्षिक गतिविधियों से जोड़ा जाएगा, जिससे शिक्षा प्रणाली को अधिक पारदर्शी और सुगठित बनाया जा सकेगा।

सभी स्कूलों में अपार आईडी अनिवार्य क्यों?

सरकार का उद्देश्य शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाना और छात्रों के आंकड़ों को केंद्रीकृत करना है। इसके माध्यम से:छात्रों की ट्रैकिंग आसान होगी: किसी भी छात्र की शिक्षा यात्रा को एक ही आईडी से जोड़ा जा सकेगा, जिससे उनका रिकॉर्ड विभिन्न संस्थानों में आसानी से एक्सेस किया जा सकेगा।

सभी स्कूलों में अपार आईडी अनिवार्य क्यों?

अपार आईडी के उपयोग :

ड्रॉपआउट दर पर नियंत्रण: यह आईडी छात्रों की शिक्षा में निरंतरता बनाए रखने में मदद करेगी और समय पर ड्रॉपआउट छात्रों की पहचान की जा सकेगी।

छात्रवृत्ति एवं लाभ योजना: सरकार द्वारा दी जाने वाली छात्रवृत्तियों और अन्य लाभों को सीधे छात्रों तक पहुंचाने में सुविधा होगी।

डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा: अपार आईडी छात्रों के लिए एक डिजिटल अकाउंट की तरह काम करेगी, जिससे वे ऑनलाइन संसाधनों का बेहतर उपयोग कर सकेंगे।

नकली प्रवेश पर रोक: इससे स्कूलों में गलत दस्तावेजों के आधार पर प्रवेश लेने वालों की पहचान की जा सकेगी और शिक्षा प्रणाली अधिक निष्पक्ष बनेगी।

अपार आईडी बनाने में आ रही समस्याएँ

हालांकि सरकार ने इस आईडी को लागू करने का निर्णय लिया है, लेकिन इसे बनाने की प्रक्रिया में कई चुनौतियाँ सामने आ रही हैं।

तकनीकी समस्याएँ: कई स्कूलों में डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी है, जिससे डेटा दर्ज करने और अपडेट करने में कठिनाई हो रही है।

दस्तावेजों की अनुपलब्धता: ग्रामीण इलाकों और दूरदराज के क्षेत्रों में कई छात्रों के पास जन्म प्रमाण पत्र या आधार कार्ड जैसे आवश्यक दस्तावेज नहीं हैं, जिससे उनकी आईडी बनवाने में परेशानी हो रही है।

इंटरनेट की समस्या: कई स्कूलों में इंटरनेट कनेक्टिविटी कमजोर है, जिससे ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया धीमी हो रही है।

अभिभावकों में जागरूकता की कमी: बहुत से माता-पिता को इस योजना की पूरी जानकारी नहीं है, जिससे वे आवश्यक दस्तावेज समय पर उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं।

स्कूलों का अतिरिक्त कार्यभार: शिक्षकों को पहले से ही शैक्षिक कार्यों के अलावा प्रशासनिक कार्य करने पड़ते हैं, और अब उन्हें अपार आईडी बनाने की अतिरिक्त जिम्मेदारी निभानी पड़ रही है।

अपार आईडी से होने वाले लाभ

भले ही प्रारंभिक चरण में इसे लागू करने में कठिनाइयाँ आ रही हैं, लेकिन इसके दीर्घकालिक लाभों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

राष्ट्रीय स्तर पर छात्र डेटा प्रबंधन: क्या है अपार आईडी ,इससे छात्रों की शिक्षा से जुड़ी सभी जानकारियों का एक केंद्रीकृत डेटाबेस तैयार होगा, जिससे सरकार शिक्षा नीतियों को अधिक प्रभावी ढंग से लागू कर सकेगी।

बेहतर शैक्षिक योजनाएँ: सरकार को यह जानने में आसानी होगी कि किन क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था कमजोर है और किन्हें विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

पारदर्शिता और निष्पक्षता: अपार आईडी से छात्रवृत्ति, प्रवेश और अन्य सुविधाओं में पारदर्शिता आएगी, जिससे भ्रष्टाचार और पक्षपात को रोका जा सकेगा।

छात्रों की सुरक्षा: छात्रों की पहचान और उनकी स्कूल में उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए यह आईडी मददगार साबित होगी।

डिजिटल युग में सहायक: यह आईडी छात्रों के लिए भविष्य में डिजिटल शिक्षा और ऑनलाइन संसाधनों तक पहुँचने में सहायक होगी।

सरकार और स्कूलों की भूमिका

इस योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए सरकार और स्कूलों को मिलकर काम करना होगा। इसके तहत:

सरकार को डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना होगा, ताकि दूरस्थ क्षेत्रों में भी ऑनलाइन प्रक्रियाएँ सुचारू रूप से संचालित की जा सकें।

छात्रों और अभिभावकों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाने होंगे।

स्कूलों में प्रशासनिक स्टाफ को इस प्रक्रिया के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए, ताकि आईडी पंजीकरण कार्य तेजी से हो सके।

कैसे बनवाये अपार आईडी

इसको बनवाने के लिए अभिवावकों को अपने बच्चे का आधार कार्ड और उसकी एक फोटो स्टेट की कॉपी के साथ एक सहमति पत्र पर साइन करके संबंधित स्कूल को सौपना होता है। इसके बाद स्कूल स्तर पर उस बच्चे( छात्र) की अपार आईडी तैयार कर डी जाती है। और इसकी जानकारी अभिवावक के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेज दी जाती है। स्कूल UDISE पोर्टल की मदद से छात्र की अपार आईडी बनाते है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *