सुनीता विलियम्स की अंतरिक्ष से वापसी: नासा ने नई तारीख घोषित की
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर, जो पिछले वर्ष जून से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर फंसे हुए हैं, अब जल्द ही पृथ्वी पर लौटने की तैयारी में हैं। नासा ने हाल ही में घोषणा की है कि दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी 19 मार्च 2025 को संभावित है, जो पहले निर्धारित समय से लगभग दो सप्ताह पहले है।
अंतरिक्ष में लंबा इंतजार जल्द खत्म
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर के लिए अच्छी खबर आई है। नासा ने उनकी पृथ्वी पर वापसी के लिए नई तारीख घोषित कर दी है। अब 19 मार्च 2025 को उनकी वापसी की संभावना है। यह मिशन मूल रूप से केवल एक सप्ताह का था, लेकिन तकनीकी समस्याओं के चलते उन्हें अंतरिक्ष में लगभग 9 महीने बिताने पड़े।
कैसे फंसे अंतरिक्ष में?
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने 5 जून 2024 को बोइंग के स्टारलाइनर क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन के तहत अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भरी थी। इस मिशन का उद्देश्य बोइंग के नए स्टारलाइनर कैप्सूल का परीक्षण करना था, लेकिन कुछ तकनीकी खराबियों के कारण उनकी वापसी में लगातार देरी होती रही।
मुख्य रूप से दो प्रमुख समस्याएँ सामने आईं:
प्रोपल्शन सिस्टम में खराबी – जिससे कैप्सूल को पृथ्वी की ओर लौटने में दिक्कत आ रही थी।
हीलियम लीक – जिससे कैप्सूल के ईंधन से जुड़े सिस्टम में रिसाव हो गया था।
इन समस्याओं की वजह से उनकी वापसी की योजना बार-बार टलती रही, और वे उम्मीद से कहीं ज्यादा समय तक अंतरिक्ष में फंसे रह गए।
नासा ने लिया बड़ा फैसला
नासा ने यात्रियों की सुरक्षित वापसी के लिए कई विकल्पों पर विचार किया। अब यह तय किया गया है कि वे स्पेसएक्स के “क्रू ड्रैगन” कैप्सूल के जरिए पृथ्वी पर लौटेंगे।
इसके लिए स्पेसएक्स के क्रू-10 मिशन को थोड़ा आगे बढ़ाया गया है। यह कैप्सूल पहले भी तीन सफल मिशनों में इस्तेमाल किया जा चुका है और इसे पूरी तरह से तैयार किया गया है। 12 मार्च 2025 को यह अंतरिक्ष में जाएगा, और 19 मार्च को सुनीता और उनके साथी की वापसी होगी।
डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिक्रिया
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस पूरे घटनाक्रम पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बाइडन प्रशासन की आलोचना करते हुए कहा कि “यह सरकार अपने ही अंतरिक्ष यात्रियों का ध्यान नहीं रख पा रही।” उन्होंने एलन मस्क से भी अनुरोध किया कि वे सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करें।
ट्रंप ने एक बयान में कहा,
“हमारे दो बहादुर अंतरिक्ष यात्री महीनों से इंतजार कर रहे हैं। मैं चाहता हूँ कि स्पेसएक्स जल्द से जल्द उनकी वापसी सुनिश्चित करे।”
लंबे प्रवास के प्रभाव
अंतरिक्ष में इतने लंबे समय तक रहने के बाद, सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी को कई तरह की शारीरिक और मानसिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
हड्डियों और मांसपेशियों पर असर – माइक्रोग्रैविटी के कारण शरीर कमजोर हो सकता है।
आंखों और तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव – लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने से दृष्टि संबंधित समस्याएँ हो सकती हैं।
मानसिक तनाव – इतने महीनों तक सीमित वातावरण में रहने से मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।
अंतरिक्ष मिशनों के लिए क्या सीखा गया?
इस घटना से वैज्ञानिकों को यह समझने में मदद मिलेगी कि लंबे अंतरिक्ष मिशनों में क्या समस्याएँ आ सकती हैं और उन्हें कैसे रोका जा सकता है। भविष्य में मंगल और अन्य ग्रहों के मिशन के लिए यह जानकारी बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।