उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव 2026 की तैयारियां शुरू, नए सिरे से होगा गांवों का परिसीमन
लखनऊ, 24 मई 2025: उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2026 की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो चुकी हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने इसकी औपचारिक शुरुआत कर दी है, और इसके तहत गांवों का नए सिरे से परिसीमन किया जाएगा। माना जा रहा है कि यह चुनाव जनवरी-फरवरी 2026 में आयोजित हो सकते हैं, जो 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले एक महत्वपूर्ण सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रहा है।
चुनाव की तैयारियों में तेजी
राज्य निर्वाचन आयोग ने 67 जिलों में मतपेटियों की आपूर्ति के लिए ई-टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके साथ ही, जुलाई 2025 से मतदाता सूची के पुनरीक्षण का अभियान शुरू होने की संभावना है, जिसे दिसंबर 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा। आयोग का लक्ष्य है कि सभी तैयारियां समयबद्ध तरीके से पूरी हों, ताकि चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष ढंग से संपन्न हो सके।
नए सिरे से परिसीमन की प्रक्रिया
पंचायती राज विभाग ने गांवों के परिसीमन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस प्रक्रिया के तहत ग्राम पंचायतों की सीमाओं का पुनर्निर्धारण किया जाएगा, जिससे कुछ क्षेत्रों में ग्राम पंचायतों की संख्या में बदलाव हो सकता है। यह कदम ग्रामीण क्षेत्रों में जनसंख्या और भौगोलिक परिवर्तनों को ध्यान में रखकर उठाया जा रहा है। परिसीमन के बाद आरक्षण प्रक्रिया शुरू होगी, जिसमें 2015 को आधार वर्ष मानकर सीटों का आवंटन किया जाएगा, जैसा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने मार्च 2021 में आदेश दिया था।
पंचायत चुनाव का महत्व
उत्तर प्रदेश में 57,691 ग्राम पंचायतें, 826 विकास खंड, और 75 जिला पंचायतें हैं। यह चुनाव ग्रामीण क्षेत्रों में राजनीतिक दलों की ताकत और लोकप्रियता का आकलन करने का एक महत्वपूर्ण अवसर माना जाता है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि पंचायत चुनाव के नतीजे 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों की रणनीति को प्रभावित करेंगे।
तकनीकी और सुरक्षा पर जोर
राज्य निर्वाचन आयोग ने इस बार चुनाव को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए नई तकनीकों और व्यवस्थाओं को लागू करने की योजना बनाई है। मतदान केंद्रों की सुरक्षा, मतदाता सूची का समय पर अद्यतन, और बूथ स्तर पर बेहतर प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
राजनीतिक दलों की सक्रियता
पंचायत चुनाव को देखते हुए सभी प्रमुख राजनीतिक दल अपनी तैयारियों में जुट गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाताओं के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए दलों ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है। पिछले पंचायत चुनाव (2021) में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), समाजवादी पार्टी (सपा), और निर्दलीय उम्मीदवारों का दबदबा देखने को मिला था, और इस बार भी कांटे की टक्कर होने की उम्मीद है।
आगामी कदम
आयोग जल्द ही नामांकन प्रक्रिया, मतदान तिथियों, और अन्य महत्वपूर्ण चरणों की विस्तृत समय-सारणी जारी करेगा। साथ ही, पंचायती राज विभाग के शासनादेशों को आधिकारिक वेबसाइट (https://panchayatiraj.up.nic.in/) पर देखा जा सकता है।
यह चुनाव न केवल ग्रामीण प्रशासन को मजबूत करेगा, बल्कि 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक माहौल को गर्माने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इस महीने मे हो सकते है चुनाव ?
उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2026 की तैयारियां चल रही हैं, और उपलब्ध जानकारी के अनुसार, यह चुनाव जनवरी-फरवरी 2026 में होने की संभावना है। हालांकि, राज्य निर्वाचन आयोग ने अभी तक अंतिम तिथियों की आधिकारिक घोषणा नहीं की है। अधिक जानकारी के लिए आयोग की आधिकारिक वेबसाइट या नवीनतम समाचारों पर नजर रखें।