UP: के इस जिले मे 106 एकड़ मे बनेगा इन्टरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, 30000 तक होगी क्षमता
गोरखपुर-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित ताल नदौर क्षेत्र में एक अत्याधुनिक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण की योजना प्रस्तावित है। यह परियोजना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकताओं में शामिल है और क्षेत्र के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की क्षमता रखती है।
परियोजना का प्रस्ताव और भूमि आवंटन
गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार ताल नदौर में लगभग 106 एकड़ भूमि पर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण के लिए एक प्रस्ताव तैयार किया है। इस प्रस्ताव को शासन में स्वीकृति के लिए भेजा गया है, जिसमें जिला प्रशासन ने निशुल्क भूमि उपलब्ध कराने की स्वीकृति प्रदान की है।
स्टेडियम की विशेषताएं और संरचना
प्रस्तावित स्टेडियम के लिए दो विकल्प प्रस्तुत किए गए हैं:
106 एकड़ में स्टेडियम: इसमें 70 एकड़ में स्टेडियम और संबंधित सुविधाएं शामिल होंगी, जबकि शेष 30 एकड़ में आवासीय और वाणिज्यिक परियोजनाएं विकसित की जाएंगी। स्टेडियम की दर्शक क्षमता 50,000 होगी, और इसमें मल्टीपर्पज स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, क्रिकेट अकादमी, प्रशासनिक ब्लॉक, फूड कोर्ट, प्रैक्टिस ग्राउंड और टॉयलेट ब्लॉक जैसी सुविधाएं शामिल होंगी।
106 एकड़ में स्टेडियम: इसमें 30,000 दर्शकों की क्षमता वाला स्टेडियम प्रस्तावित है, जिसमें उपरोक्त सभी सुविधाएं शामिल होंगी।
परियोजना की प्रगति और निरीक्षण
दिसंबर 2024 में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ताल नदौर क्षेत्र का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय, प्रस्तावित अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम और कान्हा गोशाला के निर्माण की योजनाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने इन परियोजनाओं को एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में विकसित करने का सुझाव दिया, जिससे क्षेत्र में विकास का एक नया मॉडल स्थापित किया जा सके।
परियोजना का महत्व और संभावित प्रभाव
प्रस्तावित अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण से न केवल गोरखपुर, बल्कि पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और पड़ोसी देश नेपाल की खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा मिलेगा। उच्च स्तरीय प्रशिक्षण सुविधाओं से क्षेत्र के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकेंगे। इसके अलावा, स्टेडियम के निर्माण से खेल पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र को भी प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ होगा।
भविष्य की योजनाएं और चुनौतियां
हालांकि परियोजना के लिए भूमि आवंटन और प्रारंभिक प्रस्ताव तैयार किए जा चुके हैं, लेकिन निर्माण कार्य की समयसीमा और संभावित चुनौतियों के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं है। परियोजना की सफलता के लिए आवश्यक होगा कि सभी संबंधित विभाग समन्वित प्रयास करें और समयबद्ध तरीके से कार्य को पूरा करें।