सुनीता विलियम्स की अंतरिक्ष से धरती तक वापसी: SpaceX के साथ फ्लोरिडा में होगी लैंडिंग
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स आखिरकार नौ महीने से अधिक समय तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर रहने के बाद धरती की ओर रवाना हो चुकी हैं। उनके साथ नासा के astronaut बutch Wilmore और दो अन्य अंतरिक्ष यात्री भी हैं, जो SpaceX के Crew-9 मिशन के तहत वापस लौट रहे हैं। यह मिशन SpaceX के ड्रैगन अंतरिक्ष यान द्वारा संचालित है, जिसने 18 मार्च 2025 को सुबह करीब 10:35 बजे (भारतीय समयानुसार) आईएसएस से अलग होकर अपनी वापसी की यात्रा शुरू की।
सुनीता विलियम्स और उनकी टीम की यह यात्रा मूल रूप से बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान से शुरू हुई थी, जो जून 2024 में अपने पहले मानवयुक्त परीक्षण उड़ान के लिए रवाना हुआ था। हालांकि, स्टारलाइनर में तकनीकी खराबी, जैसे कि थ्रस्टर की समस्या और हीलियम रिसाव, के कारण उनकी वापसी में देरी हुई। नासा ने सुरक्षा कारणों से स्टारलाइनर को बिना चालक दल के वापस भेजने का फैसला किया और सुनीता विलियम्स व बutch Wilmore को SpaceX के ड्रैगन यान से लाने की योजना बनाई।
अब यह अंतरिक्ष यान धरती की ओर बढ़ रहा है और इसकी लैंडिंग अमेरिका के फ्लोरिडा तट के पास मैक्सिको की खाड़ी में होने की उम्मीद है। नासा के अनुसार, ड्रैगन यान 18 मार्च 2025 को शाम करीब 5:57 बजे (ईडीटी), यानी भारतीय समयानुसार 19 मार्च को सुबह लगभग 3:27 बजे, पानी पर उतरेगा। यह लैंडिंग पैराशूट और एयरबैग की मदद से होगी, जिसके बाद SpaceX की रिकवरी टीम अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालेगी। इसके बाद सुनीता और उनकी टीम को मेडिकल जांच के लिए नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर ले जाया जाएगा।
सुनीता विलियम्स ने इस मिशन के दौरान आईएसएस पर कई वैज्ञानिक प्रयोग किए और अंतरिक्ष में सबसे अधिक समय बिताने वाली महिला अंतरिक्ष यात्रियों की सूची में अपना नाम और ऊपर पहुंचा दिया। उनकी यह यात्रा न केवल अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए बल्कि भारतवंशियों के लिए भी गर्व का क्षण है। अब सभी की निगाहें उनकी सुरक्षित वापसी पर टिकी हैं।