काशी में 27 फरवरी तक अब वीवीआईपी दर्शन पर पूरी तरह रोक, श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के कारण लिया गया फैसला
वाराणसी। काशी में बाबा विश्वनाथ मंदिर में 27 फरवरी तक पूरी तरह से वीवीआईपी दर्शन पर रोक लगा दी गई है। यह निर्णय वाराणसी में बढ़ते श्रद्धालुओं के कारण लिया गया है। काशी विश्वनाथ के मुख्य कार्यपालिक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि वाराणसी में श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ रही है। महाकुंभ के बाद काशी में बढ़ रही श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। महाकुंभ के बाद काशी में बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की काफी भीड़ हो गई है। महाशिवरात्रि तक वाराणसी में श्रद्धालुओं की भीड़ में काफी ज्यादा जफा हो जाएगा।
26 फरवरी को महाशिवरात्रि है। इस पर्व के दिन अनेक राज्यों से श्रद्धालुओं का जत्था वाराणसी में आने की संभावना है। इसको लेकर शासन प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था भी की है। इस वीडियो को देखते हुए 25 फरवरी से 27 फरवरी तक और काशी विश्वनाथ मंदिर के वीवीआईपी दर्शन को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ-साथ नागा साधु और अखाड़े के साधु संत भी दर्शन पूजन करेंगे। इस अवसर पर लोग अखाड़ो द्वारा शोभायात्रा निकालकर दर्श- पूजन किया जाएगा। मिश्रा ने कहा कि बढ़ती गर्मी उमस से बूढ़े बच्चे और महिलाओं को खास दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने आगे बताया कि पिछले साल महाशिवरात्रि के दिन करीब 12 लाख श्रद्धालु वाराणसी में काशी विश्वनाथ के दर्शन किए थे।
मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि महाशिवरात्रि का पर्व अत्यंत महत्वपूर्ण है। और वाराणसी में प्रत्येक दिन 7 से 9 लाख लोग बाबा काशी विश्वनाथ का दर्शन कर रहे हैं। और महाशिवरात्रि पर्व पर इस बार 10 से 12 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसे देखते हुए वीवीआईपी दर्शन को बंद किया गया है। अखाड़े और साधुओं के लिए दर्शन का समय निर्धारित किया गया है।
आमजन को दर्शन के लिए अलग से समय निर्धारित किया गया है। सुरक्षा और अन्य सुविधाओं की दृष्टि से श्रद्धालुओं के लिए सभी प्रकार की व्यवस्था की गई है। पीने का पानी ओआरएस घोल मेडिकल और एंबुलेंस की सुविधा की गई है।
यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए आठ ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर, 24 सब ट्रैफिक इंस्पेक्टर 164 हेड कांस्टेबल और 300 होमगार्ड की अतिरिक्त ड्यूटी लगाई गई है। गोदौलिया से मैदागिन चौराहे तक को नो व्हीकल जॉन घोषित किया गया है। इस एरिया में किसी भी प्रकार के वाहनों की आवाजाही पर पूरी तरह से रोक है।